राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने ‘राम मंदिर’ बनाने को लेकर एक बार फिरसे बड़ा बयान दे दिया है. एक हिन्दू सम्मलेन में पहुंचे भागवत ने कहा कि, ”राम मंदिर जहां था, उसी जगह बनाया जाएगा.’ बता दें कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का मुद्दा अभी भी सुप्रीम कोर्ट में है.

रविवार को महाराष्ट्र के पालघर में संबोधित करते हुए भागवत ने आगे कहा, ‘राम मंदिर को मुस्लिम समुदाय ने नहीं, बल्कि भारतीयों का मनोबल तोड़ने के लिए विदेशी ताकतों ने मंदिर को तोड़ा था.’ उन्होंने कहा कि, ‘भारत में मुस्लिम समुदाय ने राम मंदिर ने नहीं तोड़ा. भारतीय तो ऐसी चीजें कर ही नहीं सकते. भारतीयों का मनोबल तोड़ने के लिए विदेशी ताकतों ने मंदिर को तोड़ा था.’

संघ प्रमुख ने कहा कि, ‘आज हम आजाद हैं. हमें उसे फिर से बनाने का अधिकार है, जिसे नष्ट किया गया था. क्योंकि वो सिर्फ मंदिर नहीं थे बल्कि हमारी पहचान के प्रतीक थे. अगर अयोध्या में राम मंदिर फिर से नहीं बनाया गया, तो हमारी संस्कृति की जड़ें कट जाएंगी. इसमें कोई शक नहीं कि मंदिर वहीं बनाया जाएगा, जहां वो पहले था.’

अयोध्या को लेकर क्या है विवाद?

गौरतलब है कि अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को हिंदू संगठनों ने अयोध्या में राम मंदिर की जगह बनी विवादित बाबरी मस्जिद का ढांचा गिरा दिया था. जिसके बाद ये मुद्दा राजनीति की चपेट में आ गई और इसपर राजनीति होने लगी. बता दें कि इसके वजह से ही कई बार सांप्रदायिक हिंसा भी भड़की है. फिलहाल ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है.