जमाना बदल रहा है लोग बदल रहे हैं और अब फिल्म बनाने का तरीका भी बदल रहा है. एक समय था जब तक फिल्मों में ऊँची ऊँची बिल्डिंग्स, सड़कों को ना दिखाया जाये तो फिल्म में कमी सी लगती थी. लेकिन अब बदलाव आना शुरू हो गया है. अब ज्यादातर फिल्मों में छोटे शहरों और गांवों में फिल्मों के सीन शूट करके आम लोगों को फिल्म की कहानी से जोड़ने की कोशिश की जाती है. ऐसे में आज हम आपको वो छोटे शहर गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ज्यादातर फिल्मों की शूटिंग की जाती है.
नाहरगढ़ किला, राजस्थान
फिल्म रंग दे बसंती अगर आपने देखी होगी तो उसका एक सीन आपको जरुर याद होगा, जो आमिर खान और उनके दोस्त दारु पीकर तालाब में कूदते हैं. ये सीन दरअसल इसी जगह पर फिल्माया गया था. वहीं इस किले पर लोग दिल्ली से वीकेंड सेलिब्रेट करने भी जाते हैं.
सुकना रिजर्व, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
फिल्म बर्फी का एक गाना ‘क्यों ना हम तुम’ इसी जगह पर शूट हुआ था. ये जगह अपने हरियाली और चाय के खूबसूरत बगानों के लिए वैसे भी लोगों के बीच पॉपुलर है. कई फिल्मों में हरियाली को दिखाने के लिए भी इस जगह का इस्तेमाल किया जाता है.
चित्तौड़गढ़ किला, उदयपुर
इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चो में कोई जगह रहा तो वो है चित्तौड़गढ़ किला. दरअसल यही वो जगह है जहां संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ की शूटिंग किया था. फिल्म के कुछ सीन को लेकर काफी विरोध भी किया गया था.
पांगोंग झील, लद्दाख
शाहरुख़ की फिल्म ‘जब तक है जान’ आमिर खान की फिल्म ‘3 इडियट्स’ के कुछ सीन यही पर शूट हुआ है.
फतेहपुर सीकरी, आगरा
फिल्म में रॉयल लुक दिखाने के लिए इस जगह को ही सेलेक्ट किया जाता है. पहले के शाही ठाठ को दिखाने के लिए यही पहली पसंद है. यहां पर शाहरुख़ की फिल्म ‘परदेस’ और अर्जुन सोनाक्षी की फिल्म ‘तेवर’ की शूटिंग यहीं हुई है.