आकर्षक स्तन हर महिला की खुबसुरती का एक अहम हिस्सा होते हैं। ऐसे में आजकल महिलाएं अपने स्तनों को बेहद उत्तेजक और सुड़ोल बनाने के लिए कई नई-नई चीजों का सहारा ले रही हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों में तो कई महिलाएं अपने स्तनों पर गोभी के पत्तों का इस्तेमाल कर उन्हे आकर्षक लूक दे रही हैं।
ये महिलाएँ ब्रॉ के नीचे पत्ता गोभी के पत्तों का इस्तेमाल कर रही है। बाहर से देखने पर इन पत्तों का पता न चले इसलिए आजकल यूरोपियन बाजारों में ब्रेस्ट के साइज के पत्तों की खासी डिमांड हो रही है।
* लड़कियां ब्रेस्ट पर लगा रही हैं गोभी के पत्ते
गोभी के पत्तों का चलन आजकल तेजी से बढ़ रहा है। यूरोपियन देशों में स्कूल जाने से लेकर कॉलेज जाने वाली किशोरियां इन पत्तों का इस्तेमाल कर रही है। जिन लड़कियों के स्तनों का साइज अपेक्षाकृत छोटा है उन लड़कियों में इन पत्तों की खासी डिमांड रहती है। इतना ही नहीं जिन लड़कियों के स्तन सुड़ोल नहीं है वो भी इन पत्तों का इस्तेमाल कर रही हैं।
* महिलाओँ की भी खासी पसंद है ये पत्ते
लड़कियों के साथ-साथ महिलाओं में गोभी के पत्तों का खासा चलन है। 30 वर्ष से उपर की महिलाएँ इऩ पत्तों को लगाकर खुद में कॉंफिडेंस महसूस कर रही है। दुध पिलाने वाली मां के लिए गोभी के पत्ते काफी लाभकारी नजर आ रहे हैं। इन पत्तों के इस्तेमाल ब्रा पहनने के बाद मिलने वाले दर्द और तनाव से छुटकारा मिलता है साथ ही दुध पिलाने की वजह से स्तन में होने वाले दर्द और सूजन को भी ये पत्ते कम करते हैं।
* कैसे इस्तेमाल करें गोभी के पत्तों का
यूरोपियन देशों में गोभी के पत्ते धड्डले से बिक रहे हैं, लेकिन भारत जैसे देश में गोभी के पत्ते आसानी से मिल जाते हैं। गोभी के पत्तों का स्तनों पर इस्तेमाल करने से पहले आपको सबसे पहले गोभी को ठंड़े पानी से धोना चाहिए। आप ये कंफर्म कर ले कि गोभी पूरी तरह से साफ है। इसके बाद आप गोभी को कुछ देर के लिए फ्रीज में रख सकते हैं। फ्रीज से निकालने के बाद आप गोभी के उपरी पत्तों को काट दें। आप अंदर के पत्तों का इस्तेमाल करें। आपको पत्तियों के स्टेम को भी काटना है , ताकि निपल्स को कवर किए बिना इसे अपने स्तनों पर ठीक से फिट किया जा सके। आप अपने स्तनों पर साफ, ठंडे गोभी के पत्ते डाल सकते हैं। अपने स्तनों के चारों ओर पत्ते लगाते हुए निपल्स को अऩकवर्ड रखें।
ऐसा करने से गोभी के पत्तों की ठंडक आपके ब्रेस्ट एरिया के आसपास रहेगी। इससे आप खुद को पूरी तरह से फ्रेश महसूस करेंगी साथ ही फीडिंग कराने वाली मॉम को सुजन से भी छुटकारा मिलेगा।